ध्वनिक प्रदूषण को कम करने में इंसिनरेटर का महत्व
आजकल वनस्पति और पेयजल की कमी के कारण हर तरह के स्वच्छ कोड़ा, प्लास्टिक, कागज और अन्य कचरे के उपयोग की मात्रा में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। इसके परिणामस्वरूप ध्वनिक प्रदूषण की मात्रा भी बढ़ती जा रही है। ध्वनिक प्रदूषण के कारण वायुमंडल में वायु-दोष पैदा होता है जिससे वायुमंडल में ऑजोन की संतुलन में असंतुलन होता है और सर्दियों में अधिकतम धुंधल रहता है। इससे अस्थमा और यूवी रेडिएशन की बढ़ती मात्रा होती है।
इस समस्या का समाधान करने के लिए इंसिनरेटर एक बढ़िया विकल्प हो सकता है। इंसिनरेटर एक ऐसी मशीन है जो कचरे को जलाकर उसको नष्ट कर देती है। इसके प्रयोग से न केवल कचरे की साफ-सफाई होती है बल्कि उसके जलने से जहरीले निकाराधिक सामग्री भी प्रदूषण में बढ़ोतरी का कारण नहीं बनते।
इंसिनरेटर का प्रयोग करके नगर निगमों और औद्योगिक क्षेत्रों में इसे कचरे की साफ-सफाई के लिए प्रयोग कर सकते हैं। इससे न केवल कचरे के प्रबंधन में सुधार होता है बल्कि ध्वनिक प्रदूषण को कम करने में भी मदद मिलती है।